दिल्ली पोल्युशन: दिल्ली में सोमवार की सुबह घने स्मॉग की चादर ने राजधानी को ढक लिया, जिससे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर दृश्यता बेहद कम हो गई। इस स्थिति का सीधा असर ट्रेन और फ्लाइट सेवाओं पर पड़ा, जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
फ्लाइट सेवाओं पर असर
फ्लाइटरडार24 के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 8:30 बजे तक दिल्ली एयरपोर्ट पर 160 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं, जिनमें 118 डिपार्चर और 43 अराइवल शामिल थे। औसत देरी का समय 22 मिनट रहा और 7 उड़ानें रद्द कर दी गईं। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी फ्लाइट की स्थिति जानने के लिए एयरलाइंस से संपर्क बनाए रखें, क्योंकि कम दृश्यता के कारण लो विजिबिलिटी प्रोसीजर लागू किए गए हैं।
ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित
दिल्ली की घनी धुंध ने ट्रेन सेवाओं को भी बाधित किया है। नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर आने वाली 28 से अधिक ट्रेनें 2 से 9 घंटे की देरी से पहुंचीं। अन्य शहरों की ओर जाने वाले यात्री प्लेटफॉर्म के बाहर इंतजार करते देखे गए, जिससे भीड़भाड़ की स्थिति पैदा हो गई।
हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सुबह 6 बजे 481 दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में आता है। राजधानी के 34 में से 32 मॉनिटरिंग स्टेशनों ने AQI 400 से ऊपर दर्ज किया है, जो कि सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है। AQI 401-450 के बीच होने पर ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर होने पर ‘गंभीर प्लस’ की श्रेणी में रखा जाता है, जिससे स्वस्थ व्यक्तियों को भी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और पहले से बीमार लोगों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है।
सरकार ने उठाए कदम
मुख्यमंत्री आतिशी ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कार्यालयों के समय में बदलाव की घोषणा की है। केंद्र सरकार के कार्यालय सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक, दिल्ली सरकार के कार्यालय सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक, और एमसीडी कार्यालय सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित होंगे। इसके अलावा, सभी प्राइमरी स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाओं में बदल दिया गया है ताकि बच्चों को प्रदूषण से बचाया जा सके।
इस गंभीर स्थिति में प्रशासन ने लोगों से घर में रहने और बाहर जाने से बचने की अपील की है।