हर साल की तरह इस बार भी क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर शिमला और आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। पिछले साल ट्रैफिक जाम ने लोगों को काफी परेशान किया था। इसी वजह से इस साल प्रशासन ने ट्रैफिक प्रबंधन के लिए एक खास प्लान तैयार किया है।
शिमला में 20 दिसंबर से लागू होगा ट्रैफिक प्लान
शिमला जिला प्रशासन 20 दिसंबर से 20 जनवरी तक एक विशेष ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान लागू करेगा। इसका मकसद है पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ट्रैफिक की समस्या से राहत देना।
क्या है प्रशासन की योजना?
- क्रैश बैरियर और होम गार्ड्स की तैनाती: दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चोपाल, रामपुर और शिमला जैसे क्षेत्रों में क्रैश बैरियर लगाए जाएंगे। साथ ही 80 होम गार्ड्स को ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए तैनात किया जाएगा।
- अस्थायी पार्किंग की सुविधा: पर्यटकों की सुविधा के लिए विभिन्न जगहों पर अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
- नई साइनबोर्ड की सुविधा: शहर में 100 नए साइनबोर्ड लगाए जाएंगे, जो ट्रैफिक रूल्स, यू-टर्न और इमरजेंसी कॉन्टैक्ट की जानकारी देंगे।
- स्नो क्लियरिंग की तैयारी: भारी बर्फबारी के मद्देनजर 10 4×4 गाड़ियां और 5 जेसीबी मशीनें तैनात रहेंगी। ये गाड़ियां बर्फ हटाकर सड़कों को सुरक्षित बनाएंगी।
बड़े कमर्शियल वाहनों पर प्रतिबंध
ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए बड़े कमर्शियल वाहनों को रात 12 बजे से सुबह 8 बजे के बीच ही आने की अनुमति होगी। हालांकि, जरूरी सामान ले जाने वाले वाहनों के लिए यह नियम लागू नहीं होगा।
शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में समय से पहले शुरू हुआ सीजन
शिमला का ऐतिहासिक आइस स्केटिंग रिंक, जो एशिया के सबसे पुराने रिंक में से एक है, इस बार समय से पहले खुल गया है। ठंडे मौसम और साफ आसमान की वजह से इस साल स्केटिंग का आनंद लोग जल्दी ले पा रहे हैं।
विंटर कार्निवल की तैयारी जोरों पर
शिमला आइस स्केटिंग क्लब के सचिव मनप्रीत सिंह ने बताया कि 25 से 31 दिसंबर तक विंटर कार्निवल का आयोजन किया जाएगा। इसमें बच्चों और पर्यटकों के लिए कई खेल और गतिविधियां होंगी।
रिंक के सामने हैं कई चुनौतियां
हालांकि रिंक की ऐतिहासिक अहमियत होने के बावजूद इसकी देखरेख में कई कमियां हैं। स्केटिंग कोच पूरना डोगरा ने बताया, “यह रिंक बच्चों के लिए एक बेहतरीन जगह है, लेकिन सरकारी सहायता के अभाव में इसकी संभावनाएं सीमित हो रही हैं। अगर इसे सालभर ऑपरेशनल रखा जाए तो यह विश्वस्तरीय सुविधा बन सकती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि आइस हॉकी और फिगर स्केटिंग जैसे खेलों में करियर की बड़ी संभावनाएं हैं, लेकिन सरकार की मदद के बिना इन खेलों को आगे ले जाना मुश्किल है।
पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुगम यात्रा का लक्ष्य
शिमला प्रशासन का यह प्रयास पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव दिलाने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भी मदद करेगा। वहीं, आइस स्केटिंग रिंक जैसे ऐतिहासिक स्थानों के चलते इस साल का विंटर सीजन और भी खास होने की उम्मीद है।
तो अगर आप शिमला घूमने की सोच रहे हैं, तो इस बार बिना ट्रैफिक जाम और ढेर सारी बर्फ के बीच आइस स्केटिंग का लुत्फ उठाने का मौका जरूर मिलेगा।