अक्टूबर में अपने अमेरिकी दौरे से पहले मशहूर पंजाबी गायक गुरदास मान ने रो -रो कर सिख समुदाय (पंजाबीओं) से माफी मांगते हुए अपनी भावनाओं का इज़हार किया। एक अमेरिकी वेब चैनल को दिए इंटरव्यू में, भावुक होकर मान ने पंजाबी में कहा, “अगर मेरी बातों से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने कान पकड़कर और हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।”
यह माफी उस समय आई है जब सिख समुदाय के कुछ सदस्य मान के अमेरिकी दौरे का विरोध कर रहे हैं। 2021 में नकोदर में एक कार्यक्रम के दौरान मान ने कहा था कि डेरा बाबा मुराद शाह के प्रमुख लड्डी शाह, सिखों के तीसरे गुरु, गुरु अमर दास के वंशज हैं। इस बयान से विवाद पैदा हुआ था और समुदाय के सदस्यों के विरोध के बाद मान ने माफी मांगी थी। इसके बावजूद, उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था, जिसे 2024 में पुलिस ने रद्द कर दिया था।
इसके अलावा, एक विदेशी दौरे के दौरान, मान ने उन युवाओं के खिलाफ कथित रूप से अनुचित भाषा का उपयोग किया था, जो उनके शो का विरोध कर रहे थे। इसके बाद, अपनी मातृभाषा पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा था, “पहले हिंदी और फिर पंजाबी।” इस बयान ने भी समुदाय के एक हिस्से में नाराजगी पैदा की थी।
मान ने अपने इंटरव्यू में कहा, “मुझ पर आरोप लगाए गए कि मैंने गुरु महाराज (गुरु अमर दास) का अपमान किया और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कुछ कहा। एक मुद्दा पंजाबी भाषा से भी जुड़ा था। मेरी बातों को गलत समझा गया। लेकिन अगर मेरी बातों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं उनसे माफी मांगता हूं। लोग ही मुझे स्टार बनाते हैं।”
भावुक होकर मान ने आगे कहा, “जब लोगों ने मुझ पर गुरु का अपमान करने का आरोप लगाया, तो मुझे बहुत दुख हुआ। मैंने कभी ऐसा नहीं किया। मैंने हमेशा गुरु महाराज के बारे में गाने गाए हैं। मैंने इस मामले में पहले भी माफी मांगी है। मुझे लगा था कि पंजाबी लोग बड़े दिल के होते हैं और उन्होंने मुझे माफ कर दिया होगा। अब इसे आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है। मुझे जो कुछ भी मिला है, वो मेरी पंजाबी मां बोली की वजह से है।”
इंटरव्यू के दौरान, मान ने सिख गुरुओं और अपनी मातृभाषा का सम्मान करते हुए कुछ गाने गाए, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि उनकी किसी को आहत करने की कोई मंशा नहीं थी।